आयुर्वेद के किफायती और केमिकल रहित तरीकों से आप अपनी त्वचा को मुलायम और सुंदर बना सकती हैं। लेकिन पहले ये जानना स्स्वश्यक है जिनके कारण हमारी त्वचा रखी हो जाती है: -
त्वचा में रुखेपन के कारण
- उम्र का बढ़ना
- शरीर में वात का बढ़नां
- तनाव
- असंतुलित भोजन
- मौसम में परिवर्तन
रूखी त्वचा से के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे |
त्वचा में रुखेपन से निपटने के आयुर्वेदिक नुस्खे
- सब्जि - त्वचा में रुखेपन को ठीक करने के लिए तथा त्वचा के रुखेपन से बचने के लिए पानी से भरपूर सब्जियों का भरपूर सेवन करें। इन्हें पचाना आसान होता है । यह सब्जियाँ त्रिदोषक होती हैं और हर प्रकार की त्वचा के लिए लाभदायक हैं। प्रतिदिन कम से कम तीन अलग-अलग सब्जियों का सेवन करें। ऐसी सब्ज़ियां हैं - लौकी, गाजर, खीरा, मूली आदि।
- सीड्स और नट्स - आपने देखा होगा की पकचियां सीड्स और नट्स खूब खाती हैं । आयुर्वेद में सलाह दी गई है की हमें भोजन के साथ सीड्स और नट्स का भी सेवन करना चहिये। इससे हमारी त्वचा स्वछ होती है। वात के कारण भी हमारी तवचा खुश्क यानि ड्राई हो जाती है। सीड्स और नट्स में ओमेगा 3 और प्राकृतिक फैट्स पाये होते हैं जो त्वचा को संतुलित करते हैं। इनमे फाइबर की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है जो हमारे हाजमे की शक्ति दुरुस्त करती है।
- हर्बल चाय - वात के कारन हमारे शारीर में पानी / नमी की कमी हो जाती है जिसके कारण त्वचा कोमल नहीं रहती । इससे बचने के लिए आप गर्म पेय पदार्थ जैसे हर्बल टी आदि का दिन में कई बार सेवन कर सकते हैं। अदरक और नींबू के मिश्रण से तैयार चाय का सेवन करने से त्वचा हमेशा चमकती रहती है। इससे पाचन भी दुरुस्त रहता है।
- व्यायाम - व्यायाम शरीर में वात का बढ़ना रोकता है और हमारे शरीर के टॉक्सिन्स पसीने के रूप में बहार निकल जाते हैं। इसलिए, प्रतिदिन व्यायाम करने से त्वचा की चमक बरकरार रहती है।
- श्वास - श्वास प्रक्रिया करने से आप तनाव मुक्त हो सकते हैं और अपने शरीर में वात को बढ़ने से रोक सकते हैं।